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'फेडरेशन में गुंडे-बदमाशों को...', ऐसा क्या हुआ कि जमकर भड़कीं विनेश फोगाट, कही ये बात 

'फेडरेशन में गुंडे-बदमाशों को...', ऐसा क्या हुआ कि जमकर भड़कीं विनेश फोगाट, कही ये बात 

 

Vinesh Phogat: हरियाणा स्टेट सीनियर फ्रीस्टाइल रेसलिंग चैंपियनशिप में एक विवाद खड़ा हो गया है। हिसार ज़िले की महिला पहलवान और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स की सिल्वर मेडलिस्ट निर्मला बूरा, जो हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर भी हैं, उन्हें प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से रोक दिया गया। अब यह मामला राजनीतिक रंग ले चुका है। जुलाना की विधायक विनेश फोगाट ने पहलवान की परेशानी को समझते हुए X (पहले ट्विटर) पर इस घटना की निंदा करते हुए पोस्ट किया और निर्मला बूरा को अपना समर्थन दिया। उनके समर्थन के बाद यह मुद्दा और भी गरमा गया है।

जानें पूरा मामला?

यह घटना 4-5 दिसंबर को हिसार के उमरा गांव में हुई चैंपियनशिप में हुई, जहां निर्मला बूरा वेट-इन और प्रतियोगिता के लिए पहुंचीं, लेकिन आयोजकों ने उन्हें एंट्री कार्ड देने से मना कर दिया। हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर काम करने वाली निर्मला ने बताया कि वह 2003 से लगातार स्टेट चैंपियनशिप में हरियाणा पुलिस टीम का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भी विभाग ने उनके सभी दस्तावेज़ समय पर भेज दिए थे और ईमेल के ज़रिए उनकी एंट्री कन्फर्म हो गई थी, लेकिन उन्हें बिना किसी सही वजह के रोक दिया गया।

एक वीडियो में निर्मला बूरा ने कहा कि यह उनके साथ अन्याय है। वह 20 साल से ज़्यादा समय से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व किया है, और फिर भी उनके साथ ऐसा बर्ताव बहुत निराशाजनक है। उन्होंने हरियाणा रेसलिंग एसोसिएशन से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। यह ध्यान देने वाली बात है कि उन्होंने कई पदक जीते हैं। बताया जा रहा है कि महिला पहलवान को स्टेट चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की इजाज़त इसलिए नहीं दी गई क्योंकि उन्होंने ज़िला स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया था।


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