प्रत्येक वर्ष 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। इस दिन पर लोगों को हाइपरटेंशन के प्रति जागरुक किया जाता है। साथ ही, उन्हें बताया जाता है कि इस खतरनाक बीमारी से कैसे बचाव किया जा सकता है। जैसा कि आप जानते ही है हाई ब्लड प्रेशर एक साइलेंट किलर बीमारी है, क्योंकि ज्यादातर लोगों में इसका कोई बाहरी लक्षण या संकेत नहीं दिखता है।
नियमित सिरदर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, अंगों का फड़कना और प्रतिकूल स्थितियों में नाक बहना आदि कुछ ऐसे मामूली लक्षण हैं, जिन पर लोग ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। आपको बता दें कि हाइपरटेंशन कई कारणों से होता है, जिनमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं। वही, हाइपरटेंशन में रक्तचाप 140 के पार पहुंच जाता है। हाइपरटेंशन से बचाव के उपाय इस प्रकार है...
- अपने लोअर बीपी, फास्टिंग शुगर, कमर की चौड़ाई, रैस्टिंग हार्ट रेट और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को 80 से नीचे रखें।
- प्रतिदिन 80 मिनट टहलें, सप्ताह में कम से कम 80 कदम प्रति मिनट की गति से 80 मिनट तेज चाल चलें।
- किडनी और फेफड़े की कार्यक्षमता 80 प्रतिषत से अधिक रखें।
- कम खाओ, एक भोजन में 80 ग्राम/80 एमएल कैलोरी से अधिक भोजन नहीं लेना चाहिए। साल में 80 दिन रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट न खाएं।
- साल में 80 दिन धूप से विटामिन डी लें।
- शराब न पिएं और अगर पीते हैं, तो एक दिन में 80 एमएल से कम व्हिस्की (80 प्रूफ 40 प्रतिषत अल्कोहल) ही लें या एक सप्ताह में 80 ग्राम (240 एमएल) से कम व्हिस्की लें।
- प्रतिदिन प्राणायाम के 80 चक्र 4 श्वास प्रति मिनट की गति से करें।
- धूम्रपान न करें या हृदय की सर्जरी के लिए तैयार रहें, जिसकी लागत रु. 80,000 होगी। जीवन भर में 80 बार रक्तदान करें।
- ध्वनि प्रदूषण के 80 डीबी लेवल के संपर्क में आने से बचें।