kolkata rape case: मुख्यमंत्री ममता को लिखे पत्र में जवाहर सरकार ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि आरजी कर अस्पताल में हुई दरिंदगी को लेकर वह तुरंत कोई सख्त कदम उठाएंगी। वह पुरानी ममता बनर्जी की तरह इसपर एक्शन लेंगी। हालांकि उन्होंने तुरंत कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कदम उठाया भी तो बहुत देर हो चुकी थी। उन्होंने उम्मीद जताई की राज्य में जल्द ही शांति बहाल होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
जवाहर सरकार ने अपने पत्र में कहा है कि कोलकाता में हो रहा मौजूदा विरोध प्रदर्शन जिसने बंगाल को झकझोर कर रख दिया है। वह टीएमसी सरकार के ‘कुछ पसंदीदा लोगों और भ्रष्ट लोगों के अनियंत्रित दबंग रवैये’ के खिलाफ जनता के गुस्से का प्रतिबिंब है। सीएम ममता को लिखे अपने पत्र में जवाहर सरकार ने पार्टी में भ्रष्टाचार का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पंचायत और नगर पालिकाओं में स्थानीय स्तर के पार्टी नेताओं ने भारी संपत्ति अर्जित की है जिससे बंगाल के लोगों को नुकसान हुआ है।
बता दें कि कोलकाता कांड सुलझने की जगह उलझता ही जा रहा है। । पॉलीग्राफ टेस्ट में संजय रॉय (sanjay roy) ने रेप नहीं करने की बात कही है। उसने दावा किया है कि वह शव को देखने के बाद मौके से भाग गया था। इसके बाद से केस उलझती ही जा रही है। सीबीआई अब तक कोर्ट में निर्णायक सबूत पेश नहीं कर सकी है। इससे लोगों का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है।
पीड़िता के पिता का सनसनीखेज खुलासा
बता दें कि पिछले दिनों डॉक्टर रेप-मर्डर केस में पीड़िता के पिता ने बड़ा और सनसनीखेज खुलासा किय़ा था। पीड़ित परिवार ने कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि इस केस को खत्म करने के लिए पुलिस ने जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। हमें शांत के लिए पैसे (रिश्वत) की पेशकश की थी। बुधवार को धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के साथ मीडिया से बात करते हुए पीड़िता के पिता ने यह बड़ा खुलासा किया था।
क्या है आरजी कर मेडिकल कॉलेज का मामला?
9 अगस्त को तड़के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद शराबी आरोपी संजय रॉय उसी बिल्डिंग में सो गया था, जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है। वारदात के बाद, संजय रॉय की गिरफ्तारी और उससे हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं. वारदात के बाद संजय रॉय ने जो किया, उसने पुलिस को कई सवालों में उलझा दिया है। पूछताछ के बाद सामने आई जानकारी के मुताबिक, वारदात के बाद संजय रॉय सीधे फोर्थ बटालियन गया और वहां जाकर सो गया। 10 अगस्त की सुबह जब वह उठा, तो उसने फिर से शराब पी और वापस सो गया। पुलिस को शक होने पर उन्होंने अस्पताल के सेमिनार हॉल के आसपास के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इन फुटेज में संजय रॉय की गतिविधियों के साथ-साथ अन्य लोगों की भी पहचान की गई।