गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर चार हस्तियों को पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) सम्मान दिया गया। जबकि 17 लोगों को पद्म भूषण सम्मान और 107 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri) से सम्मानित किया गया। पद्म भूषण सम्मान पाने वालों में एक नाम पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का भी शामिल है। लेकिन बुद्धदेव भट्टाचार्य (Buddhadeb Bhattacharjee) ने ये पुरस्कार लेने से मना कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुद्धदेव भट्टाचार्य ने पद्म भूषण सम्मान लेने से इनकार करने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि इस सम्मान के बारे में उन्हें बताया ही नहीं गया था। जानकारी के अनुसार, पूर्व सीएम को सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया था। बुद्धदेव भट्टाचार्य साल 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे। सीबीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट करके जानकारी दी कि बुद्धदेव भट्टाचार्य का कहना है, 'मुझे पद्म भूषण पुरस्कार के बारे में कुछ नहीं पता। मुझे इस बारे में किसी ने भी कुछ नहीं कहा है। यदि मुझे पद्म भूषण दिया गया है, तो मैं इसे स्वीकार करने से इनकार करता हूं।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नता जयराम रमेश ने बुद्धदेव भट्टाचार्य के फैसले पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि बुद्धदेव भट्टाचार्य ने सही किया। वह गुलाम नहीं आज़ाद बनना चाहते हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि बुद्धदेव भट्टाचार्य के पुरस्कार स्वीकार नहीं करने की वजह से राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।