हरियाणा के हिसार और फतेहाबाद में किसानों द्वारा खेतों में धान की पराली जलाए जाने से हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने लगी हैं और दोनों जिलों में पराली जलाने की अब तक 70 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वही, हिसार कृषि विभाग को हरसेक से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले में 41 जगहों पर पराली में आग लगाई गई है। इनमें से 20 जगह पराली जलाए जाने तथा 21 जगह अन्य कार्यों के लिए आग लगाई गई।
फतेहाबाद जिले में अब तक 50 जगहों पर पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं। हिसार में 17 किसानों के चालान कर इन पर 42500 रूपए का जुर्माना किया गया है। इसके अलावा फतेहाबाद के टोहाना उपमंडल में 25 किसानों के खिलाफ पराली जलाने को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं।
रतिया और जिले के अन्य क्षेत्रों में भी 20 से ज्यादा किसानों पर जुर्माना लगाया गया है। बता दें कि हिसार में बुधवार को हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई) यानि पीएम 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) का स्तर 427 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकॉर्ड किया गया।