गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी और सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत बुधवार को अंबाला जेल से बाहर आ गई है। हनीप्रीत को पंचकूला कोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए जमानत दे दी थी। ऐसा पहली बार हुआ है कि ऑनलाइन ऑर्डर मिलने के तुरंत बाद ही जेल में विचाराधीन किसी बंदी को चंद मिनटों के अंदर ही जेल से रिहा कर दिया गया हो। और साथ में हरियाणा पुलिस की एस्कॉर्ट गाड़ियां उसे सुरक्षा में बाहर निकालें।
हालांकि, हरियाणा पुलिस की एस्कॉर्ट गाड़ियां हनीप्रीत को कहां लेकर गई हैं, ये अभी तक साफ नहीं है। बता दें कि मीडियाकर्मी अंबाला जेल पहुंच ही रहे थे कि इससे पहले ही हनीप्रीत को बाहर निकाल दिया गया। हनीप्रीत को एक-एक लाख के दो बेल बॉन्ड पर जमानत मिली है। ऑनलाइन जमानत आर्डर आने के बावजूद भी तमाम कागजी कार्रवाई करने और सजायाफ्ता कैदी या फिर किसी मामले में विचाराधीन बंदी को जेल से बाहर निकालने में कम से कम 2 से 3 घंटे का वक्त लग जाता है, लेकिन हनीप्रीत के मामले में ऐसा नहीं हुआ।
पंचकूला सेक्टर 5 थाने के तहत दर्ज एफआईआर नंबर 345 के तहत हनीप्रीत पर पंचकूला कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की सजा के बाद 25 अगस्त 2017 को हरियाणा के पंचकूला में हिंसक घटना हुई थी। राम रहीम की जेल जाने के बाद कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद हनीप्रीत ने सरेंडर किया था। बता दें कि इस हिंसा में 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हो गए थे।