कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन 60वें दिन भी जारी है। वहीं, 26 जनवरी को को होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस और किसानों में सहमति बन गई है। किसान नेताओं ने कहा कि किसान दिल्ली में प्रवेश करेंगे और ट्रैक्टर परेड निकालेंगे, लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से मार्च करेंगे। परेड का रूट कल फाइनल किया जाएगा।
शनिवार यानी 23 जनवरी को किसान नेताओं और पुलिस के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद स्वराज इंडिया के नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि 26 जनवरी को होने वाली परेड के लिए दिल्ली पुलिस के साथ एग्रीमेंट तय हुआ है। इसके तहत रूट तय हुए हैं। सारे बैरिकेड खुलेंगे, हम दिल्ली के अंदर जाएंगे और मार्च करेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि 26 जनवरी को एतिहासिक परेड होगी। देश की आन-बान-शान पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। परेड के रूट में कुछ चेंज होंगे। परेड का रूट कल तक फ़ाइनल हो जाएगा। किसानों ने कहा कि पुलिस ने बैरीकेड तोड़ने की चेतावनी दी थी लेकिन पुलिस खुद हटाने के लिए मान गई है। यह किसानों की जीत है। दिल्ली पुलिस और केंद्र को परेड पर भी झुकना पड़ा है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों के आंदोलन को लेकर कहा कि ऐसी कई ताकते है जो आंदोलन को और आगे तक ले जाना चाहती है। उनका इरादा है कि सरकार और किसानों की बातचीत से कोई समाधान ना निकलें। इस प्रकार की ताकतों से किसानों को दूर रहना चाहिए।