पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को कई बड़ा ऐलान किये। सीएम ने आरपीएफ द्वारा रेलवे ट्रैक पर धरने को लेकर किसानों पर दर्ज केस को वापस लेने का आदेश दिया है। सीएम चन्नी ने आरपीएफ चेयरमैन को चिट्ठी लिखकर जल्द से जल्द किसानों पर दर्ज केस को वापस लेने को कहा है। जानकारी के मुताबिक यह केस किसानों पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान रेल रोकने के कारण किया गया था।
इसी के साथ सीएम ने आशीर्वाद स्कीम से कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को खो चुकी लड़कियों के लिए इनकम लिमिट को हटाने के ऐलान के साथ-साथ 2004 की शुरुआत के बाद से सरकारी नौकरी में चुने हुए कर्मचारियों के लिए फैमिली पेंशन स्कीम को भी मंजूरी दे दी है।
सीएम ने बिजली बिल किया माफ
सीएम ने इससे पहले किसानों का बिजली बिल माफ करने का वादा किया था। अपने वादे के मुताबिक चन्नी ने पहली कैबिनेट बैठक में 2 किलो वाट तक बिजली बिल माफ करने करने की घोषणा की है। चन्नी ने कहा कि पंजाब में 2 किलोवाट कनेक्शन धारकों का बकाया बिजली बिल माफ किया किया जाएगा। इसके अलावा जिन लोगों का कनेक्शन काट गया है, उनको नया कनेक्शन दिया जाएगा। इससे 53 लाख परिवारों को लाभ भी मिल सकेगा।
बता दें कि सीएम चन्ने ने अपनी पहली कॉन्फ्रेंस में कहा था कि पंजाब सरकार के किसानों के साथ है। पंजाब के किसानों को हम कमजोर नहीं होने देंगे। मैं किसानों के लिए कुछ भी कर सकता हूं। अगर किसानों पर एक आंच भी आई तो मैं अपनी गर्दन भी कटवा सकता हूं। मैं किसानों के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार हूं। इसी के साथ उन्होंने केंद्र सरकार से कृषि कानून को वापस लेने की भी मां की थी।