दिल्ली के इतिहास में सत्ता के ना जाने कितने बनते बिगढ़ते खेल देखे गए, लेकिन राजनीतिक सत्ता का ऐसा हस्ताक्षर कभी नहीं देख होगा। सत्ता की ताजपोशी का ये इकबाल ये बुलंदी भी दिल्ली में पहली बार दिखा और दिखा जब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को बुलंदियों पर ले जाने के लिए तीसरी बार सत्ता की कसम खाई।
शपथ के बाद रामलीला मैदान पहुचे लोगों को अरविंद केजरीवाल ने संबोधित किया और कहा कि मैंने शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा था। वह नहीं आ सके, शायद वह किसी अन्य कार्यक्रम में व्यस्त हैं। मैं दिल्ली को विकसित करने और इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय सरकार से आशीर्वाद लेना चाहता हूं।
तीसरी बार दिल्ली के राजा बने केजरीवाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि मां के लिए बच्चे का प्यार फ्री होता है। ऐसे सीएम पर लानत है जो स्कूल की फीस बच्चों से ले, मुफ्त इलाज न दे सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल अब पूरे देश में दिख रहा है। एक दिन भारत का डंका पूरे विश्व में बजेगा। आखिरी में सीएम ने 'हम होंगे कामयाब' गीत गाया और वंदे मातरम और भारत माता की जय के साथ अपने संबोधन को विराम दिया।