केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कहा है कि वह कमलनाथ को तत्काल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से हटाएं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी को 1984 कत्लेआम के आरोपियों को बचाने की नीति को अब छोड़ देना चाहिए।
बादल ने कहा कि कितने अफसोस की बात है कि दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज के पास दो सिखों का कत्ल किए जाने के मामले, जिसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को भीड़ को हमले के उकसाने का आरोपी है, की विशेष जांच टीम एसआईटी द्वारा जांच खोलने के बाद भी सोनिया गांधी ने चुप रहने का विकल्प चुना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष एवं समूची कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाई चुप्पी पार्टी की 1984 सिख कत्लेआम के आरोपियों को बचाने और ईनाम देने की नीति की पुष्टि कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सोनिया गांधी भी आरोपियों को बचाने के लिए उसी नीति का पालन रही है, जो उसके बेटे राहुल गांधी ने अपनाई हुई थी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने पिछले 35 सालों से इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे सिखों की आवाज सुनने की बजाय कमलनाथ के साथ खड़े रहने का निर्णय किया है, जिस पर स्वतंत्र गवाहों ने गुरुद्वारा रकाबगंज पर हमला करने वाली भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप लगाया था।