कर्नाटक में सियायत का सियासी ड्रामा हर पल किसी फिल्म की तरह हर वक्त बदलता जा रहा है और अभी तक स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पायी है। 13 विधायकों के इस्तीफे देने की खबर पर विधानसभा स्पीकर ने कहा है कि उनके पास इस्तीफा आय़ा ही नहीं है। स्पीकर ने कहा कि जब तक सभी विधायक व्यक्तिगत रूप से मिलकर इस्तीफा नहीं देते, इसे इस्तीफा नहीं माना जाएगा।
बता दें कि कांग्रेस के दस, जेडीएस के तीन और दो निर्दलीय बागी हुए हैं। लड़ाई मंत्री पद की बताई जा रही है। कुर्सी बचाने के लिए गठबंधन सरकार के सारे मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए हैं। मंत्री पद का ऑफर देकर बागी विधायकों को मनाने की कोशिश भी चल रही है।
कर्नाटक के मुद्दे की गूंज लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी सुनाई दी। राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होते ही टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों ने कर्नाटक के घटना कार्यक्रम को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। कांग्रेस कर्नाटक पर और टीएमसी स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग कर रही है। इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि कांग्रेस अपने घर को संभाल नहीं पा रही है और इस मुद्दे को लेकर सदन का दुरुपयोग कर रही है। ये गलत है।