हरियाणा की राजनीति में आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक और नया गठबंधन हुआ है। मायावती की बसपा पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए नये साथी जेजेपी से हाथ मिला लिया है। आज दिल्ली में दोनों पार्टियों के नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी है। बता दें बसपा इससे पहले इनेलो ओर राजकुमार सैनी की पार्टी से गठबंधन कर चुकी है लेकिन वो ज्यादा नही चल पाए। वही जेजेपी भी लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर लड़ी थी लेकिन वह गठबंधन भी अब नहीं रहा। ऐसे में दोनों ही पार्टियों को नए साथी की तलाश थी।
वही आपको बता दें गठबंधन के साथ ही दोनों दलों में टिकटों का बटवारा भी तय हो गया है। आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में जेजेपी 50 तो वही बसपा 40 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली में प्रेस वार्ता के दौरान जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला और बसपा के नेता ने स्पष्ट किया कि हरियाणा की मौजूदा भाजपा सरकार को सत्ता से दूर रखने के लिए फिलहाल जेजेपी और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
हालांकि मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव में प्रस्तुत करने के सवाल पर दुष्यंत ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। लेकिन उन्होनें दिवंगत चौधरी देवी लाल की जयंती के मौके 25 सितंबर को हरियाणा में दोनों पार्टियों द्वारा की जाने वाली रैली का इंतजार करने की बात कहकर मीडिया को टाल दिया। उन्होनें राज्य की जनता को भरोसा दिया कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो वो सरकार इन दोनों पार्टियों की नहीं बल्कि जनता की सरकार की मिसाल पैदा करेगी।